राजस्थान का भौतिक भूगोल (थार मरुस्थल, अरावली पर्वतमाला)

राजस्थान का भौतिक भूगोल अपनी विविधता और विशिष्ट भौगोलिक संरचनाओं के लिए जाना जाता है। यहाँ थार मरुस्थल, अरावली पर्वतमाला, पठार और नदी बेसिन जैसी प्रमुख भौतिक इकाइयाँ हैं। आइए इन्हें विस्तार से समझते हैं:


1. थार मरुस्थल (The Thar Desert)

  • स्थान: राजस्थान के पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी भाग में (लगभग 60% राज्य क्षेत्र)।
  • विस्तार: भारत के 62% मरुस्थल (लगभग 2,00,000 वर्ग किमी) राजस्थान में हैं।
  • प्रमुख जिले: जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, चुरू, नागौर, हनुमानगढ़।

विशेषताएँ:

  • रेतीले टिब्बे (Sand Dunes):
    • बरकान (अर्धचंद्राकार टिब्बे) और सीफ (लहरदार टिब्बे) प्रमुख हैं।
    • समगढ़ (जैसलमेर) में सबसे ऊँचा टिब्बा (150 मीटर)।
  • जलवायु:
    • शुष्क और अर्ध-शुष्क, वार्षिक वर्षा 10–25 सेमी
    • गर्मियों में तापमान 50°C+, सर्दियों में 0°C तक गिर जाता है।
  • वनस्पति:
    • काँटेदार झाड़ियाँ (खेजड़ी, बबूल, सेवण घास)।
  • प्रमुख नदियाँ:
    • लूनी नदी (मीठे पानी की एकमात्र नदी, बालोतरा के बाद खारी हो जाती है)।

महत्व:

  • इंडस्ट्रीज: पेट्रोलियम, जिप्सम, लिग्नाइट।
  • पर्यटन: जैसलमेर, डेजर्ट नेशनल पार्क, सैम सैंड ड्यून्स

2. अरावली पर्वतमाला (Aravalli Range)

  • स्थान: राजस्थान के मध्य और दक्षिण-पश्चिम भाग में।
  • विस्तार: दिल्ली से गुजरात तक (राजस्थान में 692 किमी)।
  • ऊँचाई: गुरु शिखर (माउंट आबू, 1722 मीटर) सबसे ऊँची चोटी।

विशेषताएँ:

  • भूगर्भिक इतिहास: प्राचीनतम पर्वत श्रेणी (लगभग 35 करोड़ वर्ष पुरानी)।
  • प्रमुख दर्रे:
    • हाथीगुड़ा दर्रा (उदयपुर), सुरगढ़ दर्रा (सिरोही)।
  • नदियों का उद्गम:
    • बनास, लूनी, साबरमती नदियाँ अरावली से निकलती हैं।
  • खनिज संपदा:
    • जिंक, सीसा, संगमरमर, ताँबा (खेतड़ी-झुन्झुनू क्षेत्र)।

महत्व:

  • पारिस्थितिकी: वन्यजीव अभयारण्य (कुम्भलगढ़, सज्जनगढ़)।
  • पर्यटन: आबू पर्वत, दिलवाड़ा जैन मंदिर

3. पूर्वी मैदान (Eastern Plains)

  • स्थान: अरावली के पूर्वी भाग में।
  • विशेषताएँ:
    • उपजाऊ मिट्टी (कपास, गेहूँ, सरसों की खेती)।
    • प्रमुख नदियाँ: चंबल, बनास, काली सिंध, बाणगंगा
  • महत्व:
    • कृषि हब (भरतपुर, अलवर, धौलपुर)।
    • राष्ट्रीय उद्यान: केओलादेव राष्ट्रीय उद्यान (भरतपुर)

4. दक्षिण-पूर्वी पठार (Plateau Region)

  • स्थान: चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, कोटा, बूंदी
  • विशेषताएँ:
    • विंध्याचल और मालवा पठार का हिस्सा।
    • काली मिट्टी (कपास की खेती के लिए उपयुक्त)।
  • महत्व:
    • चंबल नदी से सिंचाई।
    • औद्योगिक केंद्र (कोटा, भीलवाड़ा)।

5. राजस्थान की प्रमुख नदियाँ

नदीउद्गमसंगमविशेषता
चंबलजनापाव पहाड़ी (मध्य प्रदेश)यमुनाराजस्थान की सबसे लंबी नदी (965 किमी)
बनासखमनौर पहाड़ियाँ (अरावली)चंबल“आशीर्वाद की नदी”, राजसमंद झील से निकलती है
लूनीअजमेर (नाग पहाड़)कच्छ का रनमरुस्थल की जीवनरेखा, बालोतरा के बाद खारी
माहीमध्य प्रदेशखंभात की खाड़ीदक्षिणी राजस्थान की प्रमुख नदी

6. राजस्थान की झीलें

  • मीठे पानी की झीलें:
    • राजसमंद झील (उदयपुर) – “राजस्थान का अमृत सरोवर”
    • पिछोला झील (उदयपुर) – जगमंदिर और जगनिवास महल स्थित।
  • खारे पानी की झीलें:
    • सांभर झील (जयपुर) – भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की झील (नमक उत्पादन)।
    • डीडवाना झील (नागौर) – सोडियम सल्फेट उत्पादन।

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